जलाकर मेरे गुनाहों को मुझे यूँ पाक होना है
महाकाल तेरी आरती की, मुझे राख होना है
चार आने सांस, बारह आने... तेरा एहसास!!
बस यही है एक रुपया ज़िन्दगी
अपनी जोड़ी को केसे रोकेगा जमाना
वो भी तेरी दीवानी मैं भी तेरा दीवाना
गुज़र रही है ज़िन्दगी, बड़े ही नाजुक दौर से
मिली नहीं तसल्ली, महादेव किसी और से
ये इश्क़ मोहब्बत की रिवायत भी अज़िब है भोले
जिसको पाया नहीं उसको खोने से डर रहे हैं
कुछ यूँ उतर गए हो मेरी रग रग में तुम
की खुद से भी पहले एहसास तुम्हारा होता है
दिन हुआ है, तो रात भी होगी
मत हो उदास, बात भी होगी
कितना प्यार करता है रे तू मुझसे
एक समय तेरा ऐसा आएगा,
की हर दिन अपनी मुलाक़ात भी होगी
गलत अगर तू नहीं, तो तेरे साथ भी गलत होने दूंगा नहीं
-महादेव
एक तेरी ही तो ख्वाइश है पूरी कायनात किसने मांगी है
किस्मत वालो को मिलती है पनाह महादेव के दर पर
यूँही हर शख्स जन्नत का हकदार नहीं होता
सर हो सजदे में, दिल में दगाबाजी हो
ऐसे सजदो से भला कैसे शिव राजी हो
महादेव ज़िन्दगी का सबसे खुबसूरत ख्याल हो तुम
इश्क़ और इबादत दोनो में ही बेमिसाल हो तुम
बीमार हूँ मोहब्बत की दवा मांग रहा हूँ
महादेव के दामन की हवा माँग रहा हूँ
जंजीर बांध लें चलो महादेव के पास
मुजरिम हूँ महादेव के दर्शन की सजा माँग रहा हूँ
जब याद तुम्हारी आती है महादेव तो मैं,
मैं नही रहती तुम हो जाती हूँ,
तुम्हारे वजुद में कही गुम हो जाती हूँ
मन्नत के धागे बांदो या मुरादो की पर्ची
वो देगा तभी जब होगी उसकी मर्जी
एक दिन भोला सबकुछ ठीक कर देगा
नशा नहीं, त्याग है शिव
तु कितनी भी खूबसूरत क्यू ना होजा ज़िन्दगी पर
महादेव के बिना तू अच्छी नहीं लगती
झुका जो सर तेरे दर पर तो सुकून मिल गया
जिंदा रहने का मकसद और जुनून मिल गया
कैसे रिश्ता अटूट ना होता तुझसे ए मेरे महाकाल
तु वो भी समझा जो मेने कभी बोला ही नही
मोहब्बत की रूहानियत ता उम्र रहती है महादेव
तुम्हें सोचना तम्हें पढ़ना और तम्हें ही लिखना हक़ है मेरा
साहूकार बनने का शौक नही, महादेव के चरणों का दास ही काफी हूँ
सोना चाँदी पहनने का शौक नही, रुद्राक्ष की माला पहन कर राजी हूँ
राहें तो बहुत है भोले, पर तेरी गलियों में
आकर ही दिल को मिलता है!!
अंगूठी तो उसी को पहनानी है,
जो भोले की दीवानी है।
भोलेनाथ खुद को आपसे से जोड़ दिया है
बाकि सब आप पर छोड़ दिया है.
फिदा हो जाऊँ तेरी किस-किस अदा पर शंभू,
अदाये लाख तेरी, और बेताब दिल एक मेरा है ।
गलत अगर तू नहीं, तो तेरे साथ भी गलत होने दूंगा नहीं
-महादेव
एक तेरी ही तो ख्वाइश है पूरी कायनात किसने मांगी है
किस्मत वालो को मिलती है पनाह महादेव के दर पर
यूँही हर शख्स जन्नत का हकदार नहीं होता
सर हो सजदे में, दिल में दगाबाजी हो
ऐसे सजदो से भला कैसे शिव राजी हो
महादेव ज़िन्दगी का सबसे खुबसूरत ख्याल हो तुम
इश्क़ और इबादत दोनो में ही बेमिसाल हो तुम
बीमार हूँ मोहब्बत की दवा मांग रहा हूँ
महादेव के दामन की हवा माँग रहा हूँ
जंजीर बांध लें चलो महादेव के पास
मुजरिम हूँ महादेव के दर्शन की सजा माँग रहा हूँ
जब याद तुम्हारी आती है महादेव तो मैं,
मैं नही रहती तुम हो जाती हूँ,
तुम्हारे वजुद में कही गुम हो जाती हूँ
मन्नत के धागे बांदो या मुरादो की पर्ची
वो देगा तभी जब होगी उसकी मर्जी
एक दिन भोला सबकुछ ठीक कर देगा
नशा नहीं, त्याग है शिव
तु कितनी भी खूबसूरत क्यू ना होजा ज़िन्दगी पर
महादेव के बिना तू अच्छी नहीं लगती
झुका जो सर तेरे दर पर तो सुकून मिल गया
जिंदा रहने का मकसद और जुनून मिल गया
कैसे रिश्ता अटूट ना होता तुझसे ए मेरे महाकाल
तु वो भी समझा जो मेने कभी बोला ही नही
मोहब्बत की रूहानियत ता उम्र रहती है महादेव
तुम्हें सोचना तम्हें पढ़ना और तम्हें ही लिखना हक़ है मेरा
साहूकार बनने का शौक नही, महादेव के चरणों का दास ही काफी हूँ
सोना चाँदी पहनने का शौक नही, रुद्राक्ष की माला पहन कर राजी हूँ
राहें तो बहुत है भोले, पर तेरी गलियों में
आकर ही दिल को मिलता है!!
अंगूठी तो उसी को पहनानी है,
जो भोले की दीवानी है।
भोलेनाथ खुद को आपसे से जोड़ दिया है
बाकि सब आप पर छोड़ दिया है.
फिदा हो जाऊँ तेरी किस-किस अदा पर शंभू,
अदाये लाख तेरी, और बेताब दिल एक मेरा है ।
Comments
Post a Comment